ख़तो - किताबत
Followers
Monday, November 17, 2014
मैं तुम्हारे इन नाजुक
मैं तुम्हारे इन नाजुक हाथों को मेंहदी में देखना चाहता हूँ. न जाने क्यूँ आज दिल ये कह रहा है .
- शाहिद अजनबी
Newer Post
Older Post
Home